हाय दोस्तों मेरा नाम सैम है और मैं अपने दोस्त की मां की भरी हुई जवानी की अश्लील कहानी बताने जा रहा हूं. उसकी मां एकदम चुदासी हुई कामुक इंडियन महिला और एनआरआई इंडियन है जो अपनी काली काली जवानी और आबनूसी बड़े चूंचे के वजह से मेरे मुहल्ले में बहुत फ़ेमस है. उसकी जबरदस्त इंडियन गांड का कोई जवाब नहीं है और जब वो चलती है तो उसके गांड का हौदे जैसा आकार स्कर्ट के बाहर से ही दिख जाता है. मचलती हुई जवानी और महकती हुई गांड में जब वो डियो लगाकर चलती है तो डाय डाय सेक्सी लगती है और उसका दीवाना पन बड़ो से लेकर बुड्ढों तक छा जाता है. बेतरह अपनी लापरवाह जुल्फ़ें दायें बायें स्तनों पर लटकाती आपका ध्यान लगातार बंटाती ये चोदने लायक मम्मी को देख कर आपकी नीयत बिगड़ जाएगी. तो एक दिन जब मैं मुहल्ले में खेल रहा था तो मेरी गेंद इनके घर में चली गयी. जब मैं गेंद लाने गया तो देखा कि इनके फ़ुटबाल जैसे चूंचे के बीच में मेरी गेंद छोटी लग रही है. मैने जब गेंद मांगी तो कहने लगी मुझे बोरियत हो रही है, प्लीज आज तो तुम्हारे अंकल भी नहीं हैं.
मेरी निगाह उनकी भरी हुई गांड पर जा टिकी थी. उसने जान लिया बोली तुम बहुत नाटी है सैम इधर आओ मेरी भरी हुई गांड देखता है ना? और फ़िर अपने मोटे मोटे चूंचे निकाल कर मेरे मुह के आगे कर दिये. इन अनार जैसे चूंचे को देख मेरा मन मचल गया पीने को और मैने मुह से लगा कर पीना शुरु कर दिया. थोड़ी ही देर में मेरा शिश्न इसके मुह में अंदर अठकेलिया खेल रहा था और वो हलक तक लोड़े को उतार कर चूसने लगी. साथ बोल रही थी हाउ स्वीट बेटा तुम्हारा कितना बड़ा है लोड़ा!! अब रोज आना मेरा मैदान मारने. इसके बाद उसने मेरे लंड को अपने चूंचो के बीच फ़ंसा लिया और मालिश करने लगी. थोड़ी देर बाद मैने उसके चूतरस को मुह लगा कर पिया और फ़िर उसके चूत में अपना लंड पलंग के किनारे खड़ा हो कर पेल दिया. मजा ही मजा था थोड़ी देर बाद वो खुद ही मुझे पेलने लगी. दोस्तों सचमुच उसकी भरी हुई चूत और गांड मारके मुझे मजा आ गया. आंटी को जब चुदना होता है मुझे बुलाती है और चुदवाने के बाद ढेर सारे पैसे भी देती है.
मेरी निगाह उनकी भरी हुई गांड पर जा टिकी थी. उसने जान लिया बोली तुम बहुत नाटी है सैम इधर आओ मेरी भरी हुई गांड देखता है ना? और फ़िर अपने मोटे मोटे चूंचे निकाल कर मेरे मुह के आगे कर दिये. इन अनार जैसे चूंचे को देख मेरा मन मचल गया पीने को और मैने मुह से लगा कर पीना शुरु कर दिया. थोड़ी ही देर में मेरा शिश्न इसके मुह में अंदर अठकेलिया खेल रहा था और वो हलक तक लोड़े को उतार कर चूसने लगी. साथ बोल रही थी हाउ स्वीट बेटा तुम्हारा कितना बड़ा है लोड़ा!! अब रोज आना मेरा मैदान मारने. इसके बाद उसने मेरे लंड को अपने चूंचो के बीच फ़ंसा लिया और मालिश करने लगी. थोड़ी देर बाद मैने उसके चूतरस को मुह लगा कर पिया और फ़िर उसके चूत में अपना लंड पलंग के किनारे खड़ा हो कर पेल दिया. मजा ही मजा था थोड़ी देर बाद वो खुद ही मुझे पेलने लगी. दोस्तों सचमुच उसकी भरी हुई चूत और गांड मारके मुझे मजा आ गया. आंटी को जब चुदना होता है मुझे बुलाती है और चुदवाने के बाद ढेर सारे पैसे भी देती है.
No comments:
Post a Comment