Thursday, May 28, 2015

सामूहिक चुदाई का सुख-8

अब तक आपने पढ़ा कि ज़न्नत पूरी तरह से नरेन की चुदाई से खुश होकर बिस्तर पर पीठ के बल लेट गई। नरेन ने अपने पानी को तौलिए से पौंछ कर ज़न्नत के चूतड़ों को साफ किया और फिर ज़न्नत के ऊपर ही नंगा

सामूहिक चुदाई का सुख-7

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सामूहिक चुदाई का सुख-6

अब तक आपने पढ़ा कि पंकज की बातों को सुन कर मैं पंकज से बोली- मेरी चूत और गाण्ड की बातों को छोड़, तुम अपनी बीवी की चूत और गाण्ड की चिंता करो पंकज… मेरे महा चोदू पति ने अब तक तुम्हारी बीवी की चूत

सामूहिक चुदाई का सुख-5

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सामूहिक चुदाई का सुख-4

अब तक आपने पढ़ा कि झड़ते समय पंकज ने मुझे अपने से चिपका लिया और अपना लंड जड़ तक मेरी चूत में घुसेड़ कर अपना पूरा का पूरा माल मेरी चूत की गहराई में छोड़ दिया। उधर नरेन भी ज़न्नत को अपने चिपका

सामूहिक चुदाई का सुख-3

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सामूहिक चुदाई का सुख-2

हम सब उनके बेडरूम में चले गए। मैं और नरेन सोफे पर बैठ गए और पंकज और ज़न्नत अपने बिस्तर पर।
पंकज ने लाइट बंद करके फिल्म चालू कर दी। हम लोगों ने ये फिल्म देखी हुई थी, जिसमें दो मर्द और दो औरत

सामूहिक चुदाई का सुख-1

यह कहानी किसी और ने मुझे भेजी है, आप उसी के शब्दों में इस कहानी का आनन्द लें।
मेरा नाम विभा है, मेरे पति नरेन एक इंजीनियरिंग कंपनी में अच्छे पद पर हैं।

चूत चाट कर

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गाण्ड मालिश के साथ चूत चुदाई

मैं आपको नई घटना सुनाता हूँ। यह इसी वर्ष मार्च माह की है। उम्मीद है आप सब लोगों को पसंद भी आएगी और आप मुझे जरूर पसंद करेंगे।  यह घटना लखनऊ की है, मेरे एक मित्र हैं.. जिनको पिछले 2 वर्ष से मैं अपनी

बूब्स मसल रहा था

बात बीते वर्ष दिसम्बर की है, मैं अपनी बुआ जी के बेटे की शादी में गया हुआ था। मैं शादी से एक हफ्ते पहले ही पहुँच गया था। अतः मेहमानों के रहने व खाने पीने का बंदोबस्त मुझे ही करना था और मैं अपनी जिम्मेदारी

और उसके मुँह में ही

ये मेरी पहली कहानी है जो बिल्कुल सच्ची है।
मैं जामिया, दिल्ली से बीबीए कर चुका हूँ और यह मेरी बीबीए के पहले साल की बात है।

मामी की रसभरी चूत चोद कर मज़ा आ गया

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